परिचय (Introduction)
सुदर्शन के पौधे बगीचों में खूबसूरती के लिए लगाये जाते हैं। इसके पत्ते कोमल, हरे तथा लम्बे होते हैं। कर्णशूल (कान मे दर्द) तथा दंतशूल (दांत मे दर्द) में सुदर्शन के पत्तों के रस को थोड़ा सा गर्म करके पीने से राहत मिलती है।
गुण (Property)
सुदर्शन के पत्तों का रस गर्म, मीठा, कफ (बलगम) और सूजन तथा खून के कीड़ों को नाश करता है।
विभिन्न रोगों में उपचार (Treatment of various diseases)
कान का दर्द :
सुदर्शन के पेड़ के पत्तों के रस को गुनगुना करके कान में बूंद-बूंद करके डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
दर्द व सूजन में :
सुदर्शन के पत्तों को गर्म करके उन पर एरण्ड का तेल लगाकर दर्द या जलन से भरी सूजन पर बांधने से लाभ होता है। चाहे वो सूजन चोट, मोच से हुई हो या फोड़ा अथवा बवासीर से।
गठिया रोग :
सुदर्शन के पत्तों को गर्म करके उस पर एरण्ड का तेल लगाकर गठिया (घुटनों) में बांधने से के गठिया (घुटनों का दर्द) के दर्द में लाभ मिलता है।