जैतून के गुण और उससे होने वाले आयुर्वेदिक इलाज

1985

गुण (Property)

जैतून शरीर में गर्मी लाता है, पेशाब लाता है, पथरी को तोड़ता है, मसूढ़ों को बलवान बनाता है। इससे उपयोग से पसीना आता है।

विभिन्न रोगों में उपचार (Treatment of various diseases)

बालों के रोग:

60 मिलीलीटर जैतून के तेल में दो सुखी जौंक को जला लें। और इसको ठण्डा करके छान लें। इस मिश्रण से बने तेल को सिर के गंजेपन पर मालिश करने से लाभ होता है।

स्तनों का जमा हुआ दूध निकालना:

जच्चा (महिला) की छाती पर जैतून का तेल मलने से सीने में जमा हुआ दूध उतर जाता है।

कान का दर्द:

जैतून के पत्तों के रस को गर्म करके बूंद-बूंद करके कान में डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।

बहरापन:

10 ग्राम जैतून के पत्तों के रस में 10 ग्राम शहद मिलाकर गुनगुना करके कान में डालने से कुछ ही महीनों में बहरापन दूर होने लगता है।

स्तनों की सुन्दरता:

जैतून के तेल की स्तनों पर धीरे-धीरे मालिश करने से स्तनों की सुन्दरता बढ़ जाती है।

जैतून:

शरीर की त्वचा की शुष्कता (सूखापन) को हटाकर त्वचा को चिकनी बनाने के लिए पूरे शरीर पर जैतून के तेल की मालिश करनी चाहिए।