मिट्टी का तेल के गुण और उससे होने वाले आयुर्वेदिक इलाज

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विभिन्न रोगों में सहायक (Subsidiaries in various diseases)

  1. जलने पर: शरीर के जले हुए भाग पर मिट्टी का तेल लगाने से लाभ होता है।

    2. चोट-मोच: चोट या मोच के कारण सूजन बनी हुई हो, दर्द रहता हो, चाहे पुरानी चोट का दर्द हो, सूजन शरीर में कहीं भी हो, रोजाना नहाने के बाद मिट्टी का तेल लगाने से इन सभी कष्टों मे लाभ होता है।

    3. खून बहने पर: शरीर के किसी भी भाग के कट जाने पर खून बहना शुरू हो गया हो, तो मिट्टी के तेल में कपड़ा भिगोकर कटे हुए अंग पर लगाकर कसकर पट्टी बांधें। इस प्रयोग से खून का बहना बंद हो जाएगा तथा दर्द भी नहीं होगा। बांधे हुए कपड़े (पट्टी) पर रोजाना मिट्टी का तेल डालते रहने से कटा हुआ स्थान ठीक हो जाता है।

    4. बवासीर (अर्श): शौच जाने के बाद पानी में थोड़ा-सा मिट्टी का तेल मिलाकर गुदा धोने से बवासीर में लाभ होता है।

    5. पायरिया: मिट्टी के तेल से कुल्ला करने से पायरिया एवं दांतों के कीड़े नष्ट होते हैं।

    6. फीलपांव (गजचर्म): सफेद मिट्टी का तेल दिन में 3 या 4 बार लगाने से फीलपांव, कुष्ठ (कोढ़) और पानी देने वाला छाजन आदि रोगों में लाभ पहुंचाता है।