हरी मेथी के गुण और उससे होने वाले आयुर्वेदिक इलाज

1885

परिचय (Introduction)

मेथी का साग खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। मेथी स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरी भाजी है। मेथी की भाजी पेट के कीड़े, खांसी, कफ, वायु रोग व उल्टी में लाभ पहुंचाती है। कच्ची मेथी का रस कड़वा तो होता ही है मगर बहुत ही फायदेमंद होता है। मेथी को प्रेशर कुकर में थोड़ी मात्रा में उबालकर उसी पानी में उसका सूप बनाकर पीएं। मेथी के रस में विटामिन `ए´ व `बी´ होने के कारण इसमें आंख, त्वचा व नसों की दुर्बलता, जीर्णता, शिथिलता आदि को दूर करने की क्षमता होती है।

विभिन्न रोगों में उपचार (Treatment of various diseases)

पीलिया: मेथी में लौह तत्व अधिक होता है। यह पीलिया से ग्रस्त रोगी के लिए फायदेमंद है।

पेट के कीड़े: मेथी के कड़वेपन से पेट के कीड़े खत्म होते हैं।

बवासीर: मेथी बवासीर से ग्रस्त रोगी के लिए फायदेमंद है। अगर रक्त आ रहा हो तो इसे काले अंगूर के साथ मेथी के रस में समान मात्रा में लेने से रोगी ठीक हो जाता है।

अपच: मेथी की सब्जी अपच के रोग को ठीक कर देती है।

कमजोरी: गर्भपात के बाद स्त्रियों के शरीर में हुई कमजोरी व खून की कमी को दूर करने के लिए मेथी का रोजाना सेवन करें।

बुखार: बुखार होने पर रोगी को मेथी खिलाना चाहिए।