काला जीरा के गुण और उससे होने वाले आयुर्वेदिक इलाज

1966

गुण (Property)

काला जीरा कडुवा (कटु), तीखा तथा पका फल खट्टा होता है। यह उष्णवीर्य (गर्म प्रकृति वाला) तथा इसका प्रभाव जहरीला होता है। यह चक्कर आना, दर्द, निद्राकारक (नींद लाने वाला), आक्षेप मिटाने वाला तथा पेट में बनने वाले वायु को नष्ट करने वाला होता है।

विभिन्न रोगों में उपचार (Treatment of various diseases)

काला जीरा का लेप बनाकर दर्द वाले भाग पर लगाने से दर्द कम हो जाता है। काला जीरा रुकी हुई रक्त संचार की क्रिया को तेज करता है। शरीर की पेशी-समूह पर काला जीरा की क्रिया अफीम जैसी होती है। यह पेशियों को सुस्तकर देता है तथा मस्तिष्क-क्रिया को मन्द कर देता है जिसके फलस्वरूप यह निन्द्रा की अवस्था ले आता है। कैंसर तथा फोड़ा आदि रोग में इसका लेप करने से यह दर्द को नष्ट करने का कार्य करता है।